May 12, 2024

बीकानेर में शांति रही तो प्रशासन ने नेट से पाबंदी हटाई, सोशल मीडिया पर पुलिस की पैनी नजर
बीकानेर। उदयपुर में 28 जून को नृशंस हत्या के विरोध में बीकानेर बंद की अवधि समाप्त होने के एक घंटे बाद प्रशासन ने नेट पर लगी पाबंदी वापस हटा ली। दरअसल, बीकानेर बंद के दौरान किसी तरह की अप्रिय घटना होती तो नेटबंदी की अवधि भी बढ़ सकती थी। दोपहर तीन बजे नेट शुरू होने के साथ ही लाखों मोबाइल पर मैसेज आने शुरू हो गए। 28 जून की रात बंद हुए इंटरनेट के दौरान सोशल साइट्स को बंद किया गया। मोबाइल पर बात हो रही थी लेकिन सोशल मीडिया पूरी तरह बंद रहा। जिन लोगों ने घर में ब्राडबैंड लिया हुआ है या फिर ऑफिस में लीज लाइन है, वहीं पर सोशल साइट्स चल पा रही थी। इनकी संख्या कम होने के कारण आम आदमी सोशल मीडिया से दूर रहा।
नजर बनी हुई है
सोशल मीडिया पर पुलिस की नजर अभी भी बनी हुई है। एक दर्जन से ज्यादा व्हाट्सएप गु्रप तो पुलिस के सर्विलांस पर है, जबकि अन्य सोशल मीडिया को लगातार चैक किया जा रहा है। इसके साथ ही भड़काऊ संदेश देने वालों की शिकायतें भी पुलिस के पास पहुंच रही है।
अब समझाइश नहीं
उदयपुर में सोशल मीडिया पर मैसेज देने के बाद सामान्य धारा में गिरफ्तारी और बाद में छोडऩे के बाद हत्या होने से पुलिस भी सबक ले रही है। आने वाले दिनों में ऐसे मामलों में सख्त धाराएं लगाने की तैयारी हो रही है ताकि जल्दी से जमानत नहीं हो। इसके साथ ही दोनों पक्षों पर नजर भी रखी जाएगी।