May 16, 2024

नाबालिग मां ने नवजात बच्ची को झाड़ियों में फेंका : 17 साल की लड़की हुई प्रेग्नेंट, बीच रास्ते में डिलीवरी हुई तो नवजात को फेंका

बाड़मेर। बाड़मेर में नवजात को जन्म के 5 घंटे बाद ही सड़क किनारे फेंकने वाली मां को पुलिस ने पकड़ लिया है। साथ ही नवजात की नानी को गिरफ्तार किया गया है। बच्ची का मां नाबालिग (17) है। पुलिस ने मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना का 10 दिन में खुलासा कर दिया है। घटना बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना इलाके मेघवालों की बस्ती स्कूल का है। यहां पहली बार किसी नवजात को फेंकने का मामला सामने आया था। बच्ची का इलाज डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में चल रहा है।
दरअसल, 20 अक्टूबर को धोरीमन्ना इलाके के अरणियाली गांव से आगे मेगवालों की बस्ती स्कूल के पास सड़क किनारे पर नवजात बच्ची को फेंका गया था। बच्ची का जन्म 5 घंटे पहले ही हुआ था। बच्ची को कटीली झाड़ियों में फेंका गया था। सुबह जब बच्ची के रोने की आवाज आई तो आस-पास काम कर रहे किसान दौड़कर मौके पर पहुंचे। बच्ची सड़क किनारे मिट्‌टी में सनी हुई थी। पुलिस की टीम ने बच्ची को धोरीमन्ना हॉस्पिटल में एडमिट कराया। इसके बाद बाड़मेर के डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। नवजात का इलाज जारी है।
धोरीमन्ना थानाधिकारी सुखराम विश्नोई के मुताबिक नवजात बच्ची के मिलने के बाद थाने में मुकदमा दर्ज जांच शुरू की गई। पूछताछ के दौरान बता चला कि जहां बच्ची मिली, उसी जगह एक कार आधे घंटे से खड़ी थी। पुलिस गांव वालों के अनुसार गाड़ी के कलर के आधार पर गाड़ी की तलाश शुरू की। ड्राइवर को पकड़ लिया गया। ड्राइवर ने पूरा खुलासा किया। इसके बाद पुलिस नवाजात की नाबालिग मां और नानी तक पहुंचे। पूछताछ में नाबालिग व उसकी मां ने कबूल किया।
जांच में पता चला कि अरणियाली गांव की नाबालिग बच्ची ने नवजात बच्ची को जन्म दिया था। इस पर पुलिस ने नाबालिग को हिरासत में लिया है। नानी को गिरफ्तार कर लिया है। नाबालिग को प्रेग्नेंट करने वाले आरोपी की तलाश की जा रही है। फिलहाल जांच चल रही है। पुलिस ने गाड़ी में ले जाने वाले ड्राइवर भागीरथ को सरकारी गवाह बनाया है।

किराए गाड़ी लेकर सांचौर जा रहे डिलीवरी करवाने
पुलिस की जांच में सामने आया है कि नाबालिग की बचपन में शादी हो रखी थी। मुकलावा नहीं होने की वजह से अपने पीहर में थी। जो 9 माह से प्रेग्नेंट थी। नाबालिग की मां के पेट में दर्द होने पर गाड़ी किराए पर लेकर सांचौर के लिए रवाना हुए थे। मेघवालों की बस्ती स्कूल के पास शौच जाने के बहाने से महिला और गर्भवती नाबालिग दोनों नीचे उतरे। मौके पर ही डिलीवरी हो जाने पर नवजात बच्ची को सड़क किनारे फेंककर गाड़ी में बैठ गए। ड्राइवर को पता हीं नहीं चलने दिया। सांचौर पहुंचने पर 2 हजार रुपए किराया देकर गाड़ी को रवाना कर दिया।

पुलिस ने नाबालिग बच्ची का डीएनए टेस्ट
धोरीमन्ना थानाधिकारी सुखराम विश्नोई ने बताया कि नाबालिग बच्ची का डीएनए टेस्ट करवा दिया गया है। अब नवजात का डीएनए टेस्ट करवाया जाएगा। इसके बाद नाबालिग को गर्भवती करने वाले आरोपी की तलाश की जा रही है।