May 12, 2024

बीकानेर। सड़क के दोनों तरफ वाहनों का कब्जा। कोटगेट और रेलवे स्टेशन से वाहनों का भारी आवागमन। ट्रेफिक प्वाइंट से कोटगेट तक की बमुश्किल पांच सौ मीटर की दूरी होगी लेकिन इस दूरी को तय करना भी मुश्किल हो जाता है,इससे भी ज्यादा हालात तब बिगड़ते है जब रेलवे फ ाटक बंद होता है। तब रेलवे स्टेशन से कोटगेट और कोटगेट से रेलवे स्टेशन जाने वाले वाहन आमने-सामने होते हैं। इधर सट्टा बाजार में सड़क के दोनों तरफ बेतरतीब वाहन खड़े किए हुए थे। इसी बीच रेलवे फ ाटक बंद हो गया। अब दोनों तरफ से वाहनों की रेललमेल। रेलवे स्टेशन जाने वाली मुख्य सड़क के हालात भी खराब। यहां लालजी होटल के पास और नागरी भंडार के सामने दुकानों पर महिलाएं सड़क पर सौन्दर्य प्रसाधन की सामग्री बेच रही है। उनके आगे फ लों के ठेले लगे हुए हैं। वहीं दुकानदारों ने दुकानों के आगे गाडिय़ां पार्क की हुई है। ट्रेफिक प्वाइंट से थोड़ा आगे तिपहिया वाहन सड़क के बीच में ही खड़े है, जिन्हें वहां से हटाने वाला कोई नहीं।
ठीक नहीं है व्यवस्था
फ ड़बाजार के व्यापारियों ने यातायात पुलिस की इस व्यवस्था का विरोध जताया। व्यापारियों का कहना था कि पुलिस दो जवानों से यहां की बिगड़ी वर्षों पुरानी व्यवस्था को सुधारना चाहती है जो संभव नहीं है। पुलिस को चाहिए कि वह केईएम रोड से फ ड़बाजार प्रवेश करने वाले मार्ग पर और रेलवे फ ाटक से फड़बाजार में प्रवेश करने वाले मार्ग के साथ कुलीलपुरा.फड़बाजार चौराहे और बंसल गारमेंट के वाले तिराहे पर जवानों को तैनात करें। इन मार्गों से वाहनों एकतरफा आवागमन करवाएं तभी कुछ हद तक समाधान हो सकता है। वर्तमान हालात में जो व्यवस्था की गई वह व्यापारियों व आमजन को परेशान करने वाली है।
मनमर्जी से होती है पार्किंग
फ ड़बाजार में ग्रामीण क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग खरीदारी करने पहुंचते हैं। वाहनों की रोकटोक वयातायात पुलिस का यहां कोई नियंत्रण नहीं होने से पिकअप, लोडबॉडी, जीप आदि वाहन लेकर पहुंच जाते हैं। वाहनों को सड़क पर ही खड़ा कर सामान खरीदारी में जुट जाते हैं, उन्हें यातायात बाधित होने से कोई सरोकार ही नहीं। पुलिस नहीं होने से वे लोग किसी से डरते भी नहीं है। कोढ़ में खाज आवारा पशु फ ड़बाजार में सब्जी बेचने वाले शाम को सड़ी.गली सब्जियां सड़क पर ही डाल देते हैं। ऐसे में यहां आवारा पशुओं की भी भरमार है। आए दिन आवारा पशु झगड़ते हैं। पशु सड़कों पर ही बैठ जाते हैं।