May 20, 2024

विधायक बोलीं- धारीवाल और नेताओं के कहने पर इस्तीफा दिया : कहा- सीएम का दोष नहीं, कुछ लोगों ने अंधेरे में रखकर बैठक बुलाई

उदयपुर। कांग्रेस विधायकों द्वारा बीते दिनों स्पीकर को सौंपे गए इस्तीफे की सियासत के बीच वल्लभनगर विधायक एक बड़ा बयान दिया है। प्रीति शक्तावत ने कहा- कुछ लोगों ने अंधेरे में रखकर बैठक बुलाई थी। इस्तीफे के विषय की ज्यादा जानकारी को उन्हें नहीं दी गई थी। सीएम की जानकारी के बिना बुलाई बैठक गलत है। उन्हें भी शांति धारीवाल के घर बुलाई गई बैठक के कारणों का पता नहीं था। इस संकट के लिए उन्होंने मंत्री शांति धारीवाल समेत कुछ नेताओं को जिम्मेदार ठहराया। स्पीकर से वापस इस्तीफा वापस ले लेंगे।
शक्तावत ने कहा कि रविवार को विधायक दल की बैठक के लिए हमें जयपुर बुलाया गया था। कुछ नेताओं द्वारा बार-बार फोन आया कि आप शांति धारीवाल के घर आइए, ऐसे में हम सभी लोग शांति धारीवाल के घर गए। कुछ घंटों के बाद पता चला कि बैठक का आयोजन ही गलत था। कुछ नेताओं की गलती के कारण सीएम को आलाकमान से माफी मांगनी पड़ी हैं। जबकि उनका कोई दोष नहीं है।
शक्तावत ने कहा- वे पुनः अपना इस्तीफा वापस लेगी और आलाकमान का निर्णय को मानेगी। कुछ नेताओं द्वारा मानेसर गए विधायकों को गद्दार कहने पर उन्होंने कहा कि बार-बार गद्दार कहना मुझे बहुत ज्यादा हट कर रहा है। मुझे वो टिप्पणी सुनकर रोना भी आया था। हो सकता है कि पार्टी में अपनी मांगे रखने के लिए कई बार ऐसा करना जरूरी हो गया हो। शक्तावत ने कहा कि उन्हें बिना बताए इस तरह की बैठक करना और हम जैसे नए विधायकों को अंधेरे में रखकर बैठक में बुलाना गलत है। सोनिया गांधी और आलाकमान का जो भी आदेश होगा, उसे हम सभी मानेंगे। शक्तावत ने कहा कि अशोक गहलोत का राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ने से मुझे बहुत खेद है। यदि गहलोत राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते कांग्रेस पार्टी में पूरा देश का नेतृत्व करते, ऐसा नहीं हो पाया।