May 20, 2024

दुनिया भर के मार्केट में बड़ी हिस्सेदारी रखने वाली जापान की दिग्गज कंपनी टोयोटा को दिल्ली की एक स्पेयर पार्ट्स कंपनी ने कानूनी जंग में मात दी है। दिल्ली स्थित Prius ऑटो इंडस्ट्रीज पर टोयोटा ने ट्रेडमार्क राइट्स के तहत केस किया था। टोयोटा ने Prius के नाम से 1997 में जापान में अपनी पहली हाइब्रिड कार लॉन्च की थी। इसके बाद कंपनी ने यूके, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका में 2000-01 में कार को लॉन्च किया था।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि टोयोटा ने भारत में 2010 में Prius की लॉन्चिंग की थी, जबकि प्रियस कंपनी पहले से इस नाम का इस्तेमाल कर रही थी। प्रियस ऑटो इंडस्ट्रीज की ओर से Prius, टोयोटा, टोयोटा इनोवा और टोयोटा डिवाइस नाम का इस्तेमाल अपने स्पेयर पार्ट्स के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। जापान की दिग्गज कंपनी टोयोटा ने प्रियस के खिलाफ ट्रायल कोर्ट में मुकदमा किया था। यहां हारने के बाद टोयोटा दिल्ली हाई कोर्ट पहुंच गया।
अदालत ने ऑटो स्पेयर पार्ट्स कंपनी पर टोयोटा, टोयोटा इनोवा और टोयोटा डिवाइसेज नाम के इस्तेमाल पर रोक लगा दी। हालांकि उच्च न्यायालय ने दिल्ली स्थित कंपनी को Prius नाम के इस्तेमाल की अनुमति दी। इसके बाद टोयोटा ने उच्चतम न्यायालय का रुख किया। टोयोटा ने कहा कि उसने जापान और कई अन्य देशों में Prius ट्रेडमार्क का 1990 में ही रजिस्ट्रेशन कराया था। हालांकि कंपनी ने अपनी इस हाइब्रिड कार को भारत में 2010 में लॉन्च किया था, लेकिन तब तक ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन नहीं कराया था।
इसके चलते ही कंपनी की ओर से Prius ऑटो इंडस्ट्रीज के खिलाफ दायर केस कमजोर हो गया। Prius ऑटो इंडस्ट्रीज ने इस ट्रेडमार्क का रजिस्ट्रेशन 2002 में ही करा लिया था और यह बात शीर्ष अदालत में भी उसके पक्ष में गई और टोयोटा को स्थानीय कंपनी के मुकाबले करारी मात का सामना करना पड़ा।