May 5, 2024


बीकानेर – पांच दिन से लापता व्यक्ति की धोरों में मिली लाश, पिता ने जताई थी हत्या होने की आशंका
बीकानेर। किसी व्यक्ति की गुमशुदगी पर पुलिस कितनी लापरवाह हो सकती है, इसका उदाहरण नोखा में देखा जा सकता है। जहां एक पिता ने पांच दिन पहले अपने बेटे के लापता होने की सूचना दी और उसकी हत्या होने की आशंका भी जताई लेकिन पुलिस उसे ढूंढ नहीं सकी। आज दोपहर बाद उसका शव चरकड़ा गांव की रोही में पड़ा मिला। सड़े गले शव से स्पष्ट है कि उसे पांच दिन पहले ही मार कर फैंक दिया गया था। सोमवार की शाम एक चरवाहे ने पुलिस को सूचना दी तो पता चला कि ये शव उसी युवक का है जिसका पिता पांच दिन से पुलिस थाने में चक्कर काट रहा है। इस पूरे मामले में नोखा पुलिस की भूमिका संदिग्ध है क्योंकि रिपोर्ट में उसकी हत्या की आशंका दर्ज कराई गई लेकिन पुलिस ने सामान्य गुमशुदगी दर्ज करके जिम्मेदारी से इतिश्री कर ली।

पुत्रवधु ने दी थी हत्या की धमकी
दरअसल, साधुना गांव के भंवरलाल जाट ने पुलिस को 26 जुलाई को एक पत्र देकर अपने मृतक पुत्र की पत्नी अनीता जाट पर आरोप लगाया था कि वो उसके छोटे बेटे अर्जुन को मार सकती है। भंवरलाल के मुताबिक उसके पास 26 जुलाई को ही अनीता के मोबाइल से फोन आया था कि उसके बड़े बेटे को मारने के बाद आज वो छोटे बेटे का अपहरण करके उसकी हत्या करवा देगी। इस पर भंवरलाल ने उसे समझा बुझाकर फोन काट दिया लेकिन शाम को उसका बेटा काम से नहीं लौटा तो चिंता बढ़ गई। वो जहां काम करता था, वहां भी नहीं पहुंचा था। शाम को ही भंवरलाल ने नोखा पुलिस को सूचना कर दी कि उसकी पुत्रवधु ने उसे फोन करके धमकी दी है और बेटा भी नहीं मिला है।

सामान्य गुमशुदगी दर्ज
इस घटना को पांच दिन गुजर गए लेकिन पुलिस ने सामान्य गुमशुदगी की तरह इस मामले को दर्ज कर लिया। सोमवार शाम पुलिस के होश उड़ गए, जब चरकड़ा गांव के पास मिली लाश उसी अर्जुन की निकली। लाश देखकर स्पष्ट है कि उसे पांच दिन पहले ही मारकर रेत के धोरों से नीचे फैंक दिया गया। एक गड्‌ढा खोदकर उसे अंदर डाल दिया गया और ऊपर खींप डाल दी। दो-तीन दिन में खींच उड़कर अलग हो गई। सोमवार दोपहर बाद एक चरवाहा उधर से गुजरा तो उसने लाश देखी। तब पुलिस को जानकारी दी गई।

मारने से पहले शराब पिलाई
शव के पास ही पुलिस को शराब की बोतलें मिली है। पांच-छह पव्वे की बोतलों से स्पष्ट है कि मारने से पहले उसे जमकर शराब पिलाई गई है। इसके बाद किसी धारदार हथियार से मारकर शव धोरों से नीचे फैंक दिया गया। वहीं पर गड्‌ढा करके शव को छिपा दिया गया।

अब एफएसएल टीम आई
अर्जुन का शव मिलने के बाद तो पुलिस सक्रिय हो गई लेकिन उससे पहले काफी लापरवाही बरती गई। शव मिलने के बाद एफएसएल टीम को बुलाया गया। इसके अलावा डॉग स्क्वायड को भी बुलाया गया ताकि आसपास संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जा सके।