May 9, 2024

सरकारी अस्पताल में कुत्तों ने बच्चे को नोंच खाया : एक महीने के मासूम की मौत, मां के पास फर्श पर सो रहा था

सिरोही। राजस्थान के सिरोही के सरकारी अस्पताल में अपनी मां के पास सो रहे 1 महीने के बच्चे को कुत्ते उठाकर ले गए। कुत्ते मासूम का पेट और एक हाथ नोंचकर खा गए, जिससे उसकी मौत हो गई। कुत्ते बच्चे का एक हाथ उसकी मां के सामने ही नोंचकर ले गए।

बच्चे का पिता अस्पताल में भर्ती था, मां बच्चों के साथ फर्श पर सो रही थी
सिरोही के पिंडवाड़ा में रहने वाले महेंद्र मीणा (40) को सिलिकोसिस बीमारी है। महेंद्र का टीबी अस्पताल में इलाज चल रहा है। सोमवार रात को उसके बेड के पास नीचे फर्श पर उसकी पत्नी रेखा 1 बेटी और 2 बेटों को लेकर सो रही थी। वार्ड में घूम रहे आवारा कुत्ते उसके एक महीने के बेटे विकास को उठाकर ले गए।

मां के सामने बच्चे का हाथ नोंचकर भागा कुत्ता
रात करीब 1:30 बजे रेखा की नींद खुली तो बच्चा गायब था। फौरन बच्चे को ढूंढना शुरू किया। बच्चे की तलाश शुरू की गई तो वार्ड के बाहर पानी की टंकी के पास कुछ कुत्ते उसे नोंचते दिखे। महिला दौड़कर वहां गई तब तक एक कुत्ता बच्चे का हाथ मुंह में दबाकर भाग गया। कुत्तों ने उसे नोंच-नोंचकर मार डाला था।

अस्पताल में CCTV लगे, फुटेज सामने नहीं आए
जहां कुत्ते बच्चे को नोंच रहे थे, वहां जब तक उसकी मां पहुंची, तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी। अस्पताल में CCTV लगे हैं, लेकिन फिलहाल इसके फुटेज सामने नहीं आए हैं। अस्पताल प्रशासन भी इस पर कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
कार्यवाहक प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीरेंद्र महात्मा ने बताया कि घटना की पूरी जांच कराई जाएगी कि किन कारणों के चलते ऐसा हुआ है। मौके पर पहुंची पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम कराया, फिर मंगलवार को अंतिम संस्कार कराया।

पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर की रिपोर्ट
जिला प्रशासन की तरफ से गठित मेडिकल बोर्ड के प्रभारी डॉ. शक्ति सिंह ने बताया कि बच्चे का सिर, एक हाथ और दो पैर बचे थे। उसका पेट और एक हाथ नहीं था।

भाजपा नेता धरने पर बैठे
घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय भाजपा नेता अस्पताल पहुंचे और अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ गए। वे परिवार को मुआवजा और दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन पूरी तरह से फेल है।
अस्पताल में कुत्तों के झुंड के झुंड घूम रहे हैं, यहां कोई भी सुविधा नहीं है। मुख्यमंत्री और यहां के स्थानीय विधायक कहते हैं कि हमने अस्पतालों को बदल दिया है। एक बच्चे को कुत्ते मार डालते हैं तो व्यवस्था कहां है? भाजपाइयों ने अस्पताल और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

विधायक ने विधानसभा में उठाया मामला
सिरोही विधायक संयम लोढ़ा ने राजस्थान विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया है। उन्होंने घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित मां को सरकारी नौकरी और 10 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की है। विधायक ने इस घटना को मानवता को शर्मसार करने वाली घटना करार दिया है।

जब संयम लोढा ने यह मामला उठाया तो संसदीय मंत्री शांति धारीवाल ने कहा- विधानसभा में होम पर डिमांड चल रही है। चिकित्सा पर डिमांड बुधवार को है। यदि आप चिकित्सा पर यह मामला उठाते तो ज्यादा अच्छा होता। इस पर संयम लोढ़ा ने कहा- आप मुख्यमंत्री का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। चिकित्सा से कोई लेना-देना नहीं है। आपकी पुलिस की चौकी भी अस्पताल में है। आपको खुद आगे बढ़कर कहना चाहिए कि मुख्यमंत्री से बात करके घोषणा करते हैं, लेकिन आप बुधवार के लिए कह रहे हैं। खुद का बच्चा जाए तो पता चलता है, दूसरों का बच्चा जाए तो पता नहीं चलता।

संयम लोढ़ा ने चिकित्सा मंत्री से की कार्रवाई की मांग
विधायक संयम लोढ़ा ने चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा से मुलाकात की। लोढ़ा ने चिकित्सा मंत्री से दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई, पीड़ित मां को सरकारी नौकरी देने के साथ पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की। इस पर चिकित्सा मंत्री ने कलेक्टर से बात कर पूरे मामले की जानकारी ली। मंत्री ने कलेक्टर से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है।