May 19, 2024

उच्च स्तरीय जांच कराने पर हो सकते है चौंकानें वाले खुलासे
बीकानेर। घाटे से जुझ रही बीकानेर इंजिनियरिंग कॉलेज का नाम इन दिनों कमीशनखोरी के कारण सुर्खियों में छाया हुआ है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कॉलेज प्रशासन की ओर से कराये जा रहे सिविल कार्यो और साजो सामान की खरीददारी में बड़े पैमाने पर कमीशनबाजी और घपलेबाजी की शिकायतें मिल रही है। सामान की खरीद बाजार रेट से दुगुनी दरों पर किये जाने,कॉलेज प्रशासन के संसाधनों का दुरूपयोग समेत अनेक गंभीर शिकायतों को कॉलेज प्रशासन गंभीर नहीं ले रहा है। कॉलेज में हो रही घपलेबाजी में प्राचार्य समेत दो बहुचर्चित व्याख्याताओं का नाम भी चर्चा में आया है। अभी हाल ही पता चला है कि कॉलेज के छात्रावास विभाग की ओर से सामान की खरीद में बड़े पैमाने पर कमीशबाजी हुई है,ज्यादात्तर सामान ऊंची दरों पर खरीद किया गया तथा सामान की आपूर्ति भी अभी तक पूरी नहीं हुई है। इस बारे में छात्रावास विभाग इंचार्ज की कारस्तानी से अवगत करवान के बाद भी कॉलेज प्राचार्य खामोशी धारण किये हुए है,इससे आभास हो रह है कि कमीशनबाजी के मामले में छात्रावास इंचार्ज को प्राचार्य की पूरी शह मिली हुई है। यह भी खबर है कि कॉलेज के बजट से खरीद किया हुआ खासा सामान प्राचार्य अपने आवास में उपयोग कर रहे है। एक तरफ बीकोनर इंजिनियरिंग कॉलेज के खस्ता आर्थिक हालातों को देखते हुए प्रमुख शिक्षा सचिव के आदेशों पर दर्जनों कार्मिकों को पदमुक्त कर घर भेजा गया था,वहीं वर्तमान में कॉलेज प्राचार्य प्रमुख शिक्षा सचिव के आदेशों की अवलेहना कर लगातार कार्मिकों को नियुक्ती कर रहे है। इनमें से आधा दर्जन से अधिक कार्मिक कालेज प्राचार्य के आवास पर अपनी सेवाएं दे रहे है,इस संबंध में कार्मिकों संगठनों द्वारा विरोध जताये जाने के बावजूद सुनवाई नहीं हो रही है।