April 26, 2024

कोरोना के बीच हेल्थ विभाग को अब इस बीमारी की चिंता

जोधपुर। बारिश की सीजन के साथ ही अब आगामी माह में डेंगू केस मिलने की संभावनाएं बढ़ गई है। जिले भर में हुई बारिश ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के कान खड़े कर दिए हैं। हालांकि विभाग ने गत मई माह में ही डेंगू को लेकर अभियान शुरू कर दिया था। लेकिन बारिश के दौर में विभाग को मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया आदि बैक्टीरिया जनित रोगों का डर सताने लगा है। विभाग अब एंटी लार्वल गतिविधियां भी तेज कराने की कवायद में जुट चुका हैं। साथ ही आने वाले दिनों में डेंगू को लेकर जनजागरूकता अभियान भी चलाएगा। इस साल विभाग ने अब तक 36 हजार घरों के टांकों में टेमिफोस का छिड़काव किया है। करीब सात हजार स्थानों पर जला हुआ तेल भी डाला है।

ये इलाके रहते हैं खतरे के मुआयने परजोधपुर शहर में गत चार-पांच वर्षों से डेंगू रोगियों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है। जबकि शहर में प्रतापनगर, मसूरिया, शहर परकोटा, उदयमंदिर व महामंदिर क्षेत्र में सर्वाधिक डेंगू वायरस के केस मिले हैं। इसके बाद ग्रामीण में शहर से सटे इलाके बनाड़ व सालावास क्षेत्रों में सर्वाधिक डेंगू का प्रकोप रहता हैं। आकलन करें तो डेंगू के शिकार सर्वाधिक 21 से 60 वर्ष की आयु के लोग होते हैं। इस साल की बात की जाए तो अब तक महज 22 केस सामने आए हैं।
डेंगू के लक्षण
तेज बुखार होना। सिर में दर्द होना। मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द होना। जी का मिचलाना। उल्टी लगना। आंखों के पीछे दर्द होना। त्वचा पर लाल चकते होना।

डेंगू से बचाव
शरीर को ज्यादा से ज्यादा ढककर कपड़े पहनें। घर में या आसपास साफ पानी का जमाव न होने दें। एक सप्ताह में कूलर का सारा पानी निकालकर सुखाएं। पानी को ढककर रखें और साफ-सफाई रखें। रात में सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।

इनका कहना हैं…..
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग अप्रेल-मई माह से ही डेंगू के खिलाफ अभियान चला रहा है। एंटी लार्वल गतिविधियां भी करवा रहे है। जनजागरूकता अभियान भी चला रहे हैं।
– डॉ. बलवंत मंडा, सीएमएचओ