April 26, 2024

जयपुर। बीजेपी राज के करप्शन पर कार्रवाई और पेपर लीक के मुद्दे पर सचिन पायलट के अल्टीमेटम के बीच कांग्रेस हाईकमान मामले में सुलह की कोशिश में जुट गया है। सचिन पायलट का अल्टीमेटम कल खत्म हो रहा है। मामले में सुलह नहीं होने पर 31 मई के बाद सचिन पायलट नए सिरे से आंदोलन की घोषणा कर सकते हैं। कांग्रेस हाईकमान से जुड़े नेता पूरे मामले में बीच का रास्ता निकालकर सुलह के प्रयास में हैं। राजस्थान के मामले को लेकर दिल्ली में अंदरखाने नेताओं के बीच मुलाकातों और बातचीत का सिलसिला जारी है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे आज ​अशोक गहलोत और सचिन पायलट से अलग-अलग मिलने वाले हैं। दोनों नेता खरगे से मिलकर अपनी बात रख सकते हैं। राजस्थान के विधानसभा चुनावों को लेकर भी दिल्ली में बैठक है। इसमें वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। उस बैठक में पायलट को भी बुलाया है। चुनावी रणनीति वाली बैठक पांचों चुनावी राज्यों की अलग-अलग हो रही हैं, लेकिन सबकी निगाह गहलोत-पायलट मामले को लेकर मल्लिकार्जुन खरगे से होने वाली बैठक पर टिकी है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राजस्थान के मुद्दे पर कहा है कि नेता आने वाले हैं। उनसे डिस्कशन होगा। जो पार्टी हित में होगा, उस पर चर्चा करेंगे।

15 मई को दिया था अल्टीमेटम, मांगें अब तक अधूरी

सचिन पायलट ने पेपर लीक और बीजेपी राज के करप्शन के खिलाफ 11 मई से अजमेर से जयपुर के बीच पैदल यात्रा की थी। 15 मई को यात्रा के समापन पर जयपुर के मानसरोवर में की गई सभा में पायलट ने तीन मांगें रखकर 15 दिन में उन पर कार्रवाई करने का अल्टीमेटम दिया। पायलट ने पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे की सरकार के करप्शन पर हाईलेवल कमेटी बनाने, आरपीएससी को भंग कर पुनर्गठन करने और पेपर लीक से प्रभावित बेरोजगारों को मुआवजा देने की मांग रखी थी। तीनों मांगें पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी थी। पायलट के अल्टीमेटम को 30 मई को 15 दिन पूरे हो जाएंगे। तीनों में से किसी मांग को सरकार ने नहीं माना है।