May 2, 2024

जयपुर। प्रदेश की सत्ता को लेकर चल रहे सियासी संघर्ष के बीच सत्ता के तमाम विधायक और मंत्री शुक्रवार की दोपहर चार्टर प्लेन से जैसलमेर शिफ्ट हो गये। जैसलमेर पहुंचने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने विधायकों की आगवानी कर उनका स्वागत किया। इस दौरान पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ ने जैसलमेर सिविल एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि सचिन पायलट चाहें तो वापसी कर सकते हैं। जाखड़ ने कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात कर वापसी की नसीहत दी। इससे पहले विधायकों के जैसलमेर शिफ्ट किए जाने को लेकर वहां के स्थानीय प्रशासन को भी अलर्ट किया गया था। इन विधायकों को जैसलमेर के सूर्यगढ़ रिसोर्ट में ठहराया जाएगा। विधानसभा का सत्र शुरू होने से ऐन पहले विधायकों को जयपुर शिफ्ट किया जाएगा। बताया जा रहा है कि कोरोना के बढ़ते मामलों और सरकारी कामकाज प्रभावित न हो, इसे ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मंत्रिमंडल के कुछ सदस्य जयपुर में ही रूके हुए है। जैसलमेर पहुंचे विधायकों को अब 14 अगस्त तक होटल में रहना होगा, ईद-रक्षाबंधन वहीं मनाएंगे इस दौरान विधायक अपने रिश्तेदारों और करीबियों से मिल सकेंगे। वहीं राजस्थान भाजपा प्रमुख सतीश पूनिया ने ट्वीट कर कहा कि अगर कांग्रेस सरकार को कोई खतरा नहीं है तो विधायकों को कैद क्यों किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, पहली फ्लाइट से 53 विधायक जैसलमेर रवाना होंगे। मंत्री हरीश चौधरी ने कहा, राजस्थान हमारा घर है। हम कहीं भी आ-जा सकते हैं।


हॉस ट्रेडिंग के डर से किया है शिफ्ट

सचिन पायलट समेत 19 बागी विधायकों के बागी होने के बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने विधायकों को 13 जुलाई को जयपुर के पास फेयरमॉन्ट होटल में शिफ्ट कर दिया था। मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री और सभी विधायक अपने काम होटल से ही कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो खरीद-फरोख्त से बचने के लिए विधायकों को जैसलमेर शिफ्ट किया जा रहा है। जयपुर में विधायकों का अपने परिवार के सदस्यों से मिलना-जुलना जारी है। ऐसे में आशंका है कि इन्हें हॉस ट्रेडिंग का जरिया बनाया जा सकता है। उधर, होटल के मालिक भी लगातार ईडी के निशाने पर हैं। पहले भी यहां ईडी की कार्रवाई हो चुकी है। विधायकों ने भी होटल बदलने की मांग की है। गहलोत ने कहा- अब विधायकों की कीमत अनलिमिटेड हो गई। सीएम गहलोत ने बागियों पर हमला करते हुए कहा- जो लोग गए हैं, पता नहीं उनमें से किस-किस ने पहली किश्त ले ली है। कइयों ने पहली किश्त नहीं ली है, उन्हें वापस आना चाहिए। जिस रात से विधानसभा सत्र की तारीख तय हुई, उसी रात से विधायकों के पास फोन आने लगे हैं, हॉर्स ट्रेडिंग के लिए विधायकों के ‘रेटÓ भी बढ़ गए हैं।