May 21, 2024

कम पड़ गए शिक्षक भर्ती के पेपर : आधे घंटे देरी से मिला तो कैंडिडेट्स ने किया हंगामा; यहां कल भी रहेगी नेटबंदी

जयपुर। राजस्थान में 48,000 पदों पर होने जा रही शिक्षक भर्ती परीक्षा के दूसरे दिन रविवार को बड़ी लापरवाही सामने आई। टोंक में एक सेंटर पर दूसरी पारी के हिंदी के पेपर कम पड़ गए। ऐसे में अभ्यर्थियों ने हंगामा कर दिया। मौके पर कलेक्टर-एसपी पहुंचे। इधर, जयपुर में 27 फरवरी को सुबह 6 से शाम 6 बजे तक नेटबंदी रहेगी।
कलेक्टर चिन्मय गाेपाल ने आश्वासन दिया तब जाकर स्टूडेंट्स शांत हुए। वहीं उदयपुर में एक डमी कैंडिडेट पकड़ा। आज भी सरकार ने प्रदेश के 11 जिलों में नेटबंदी की। सुबह 6 से शाम 6 बजे तक अजमेर, भरतपुर, बीकानेर, जयपुर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर, अलवर, भीलवाड़ा, श्रीगंगानगर, टोंक में नेट बंद रहा।

जानकारी के मुताबिक टोंक के विवेक कॉलेज में दूसरी पारी में परीक्षा के दौरान पेपर कम पड़ने से अभ्यर्थियों ने हंगामा कर दिया। दो कमरों में पेपर साढ़े 3 बजे पहुंचा। अभ्यर्थी परीक्षा कक्ष से बाहर आ गए और नारेबाजी करने लगे। अभ्यर्थियों ने प्रशासन और सरकार के खिलाफ अव्यस्थाओं का आरोप लगाते हुए परीक्षा दोबारा कराने की मांग की।

कलेक्टर चिन्मय गाेपाल का कहना है कि परीक्षा में कोई गड़बड़ी नहीं हुई। एक सेंटर के 2 कमरों में पेपर पहुंचने में देरी हो गई। परीक्षार्थी इस मामले को लेकर तूल न दें। परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी। इस सेंटर के करीब 540 परीक्षार्थियों की परीक्षा शाम 5 से 7.30 बजे तक कराई गई। उन्होंने बताया कि अभ्यर्थियों के लिए प्रशासन की ओर से खाने और घर तक छोड़ने की व्यवस्था गई।

उदयपुर में डमी अभ्यर्थी पकड़ा

इससे पहले पहली पारी में आज सुबह 9:30 से दोपहर 12 बजे तक सामाजिक विज्ञान का पेपर हुआ। इसमें उदयपुर की हिरणमगरी पुलिस ने सेक्टर 4 स्थित महावीर जैन विद्या संस्थान से जालोर के रहने वाले कृष्णाराम विश्नोई को पकड़ा है। वो उदयपुर के झाड़ोल के रहने वाले संजय पारगी की जगह एग्जाम दे रहा था। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही हैं। दूसरा पेपर दोपहर 3 से शाम 5:30 बजे तक हिंदी का पेपर हुआ।

जयपुर में कल भी बंद रहेगा इंटरनेट

जयपुर कलेक्टर और संभागीय आयुक्त (अतिरिक्त चार्ज) प्रकाश राजपुरोहित ने सोमवार को इंटरनेट बंद रहने के आदेश जारी किए। बता दें कि अब 27-28 फरवरी को चार और 1 मार्च को एक पारी कुल 5 पारियों की परीक्षा केवल जयपुर में होगी।

लाखों में बिका नकली पेपर
शिक्षक भर्ती परीक्षा के पहले दिन 25 फरवरी को जोधपुर में पुलिस ने मैरिज गार्डन से एक गिरोह को दबोचा, जिसमें 19 लड़के और 10 लड़कियों को पेपर सॉल्व कराया जा रहा था।
पुलिस ने दावा किया था कि गिरोह के पास जो प्रश्न मिले हैं, वो असली एग्जाम से मैच नहीं हो रहे। इसके लिए प्रवीण विश्नोई नाम के स्टूडेंट ने 40 लाख रुपए में पेपर का सौदा किया था।
उसे 10 लाख रुपए सुरेश जाट, मुकेश जोशी निवासी सांचौर और रामेश्वर समेत 5 लोगों ने एडवांस दिए थे। इन 5 लोगों ने बाकी स्टूडेंट्स को 10-10 लाख रुपए में नकली पेपर बेचा था।
गिरोह ने किसी से एडवांस नहीं लिया, लेकिन पास होने पर फुल पेमेंट की डील हुई थी। ये गिरोह बनाड़ रोड पर मैरिज गार्डन में परीक्षा शुरू होने से पहले ही पेपर हल कर रहा था।
जयपुर में 2 डमी कैंडिडेट पकड़े गए थे। जयपुर के दो परीक्षा केन्द्रों पर किसी और की जगह लेवल-1 का एग्जाम देने आए दो युवकों को हिरासत में लिया गया था।
अजमेर रोड के हीरापुरा में कमला देवी बुधिया स्कूल में एक डमी कैंडिडेट को पकड़ा था, जो झुंझुनूं का रहने वाला था। वहीं, दूसरा डमी कैंडिडेट आमेर के सेंटर पर पकड़ा गया था।

नकली आंसर की बेचने की कोशिश
इधर, बीकानेर में पेपर ठगी के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें एक राजाराम बीकानेर के मुरलीधर व्यास कॉलोनी में कोचिंग सेंटर चलाता है, जबकि दूसरा सीताराम श्रीडूंगरगढ़ (बीकानेर) के सांवतसर गांव का रहने वाला है।
इन दोनों से पुलिस ने एक लाख रुपए और तीन चैक बरामद किए हैं। पुलिस का आरोप है कि हवलदार और सीआरपीएफ एसआई भर्ती परीक्षा की नकली आंसर की बेचने की कोशिश में थे।
रीट एग्जाम में गड़बड़ी को लेकर ये आरोपी पुलिस के निशाने पर थे। जब इन्हें पकड़ा गया तो पूरे मामले का खुलासा हुआ।

बोर्ड की ओर से निर्धारित ड्रेस कोड में एंट्री
कर्मचारी चयन आयोग की ओर से शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के लिए ड्रेस कोड तय किया गया है।
ऐसे में जो भी अभ्यर्थी ड्रेस कोड की पालना नहीं करता, उसे परीक्षा केंद्र में एंट्री नहीं दी जा रही है। बोर्ड की ओर से जारी ड्रेस कोड के अनुसार अभ्यर्थी कोट, टाई, मफलर, जैकेट, जरकिन, ब्लेजर, शॉल आदि पहनकर न आएं।
इसके साथ ही उनकी शर्ट, बिना जेब वाली, गर्म जर्सी स्वेटर, जिसमें बड़े बटन न लगे हों, पहनकर ही परीक्षा दे सकते हैं। महिला अभ्यर्थियों को पूरी आस्तीन का कुर्ता, शर्ट, ब्लाउज, आदि पहनकर एवं अपनी वेशभूषा में बड़ा बटन, किसी प्रकार के ब्रोच (जड़ाऊ पिन) या बैज या फूल लगाकर आने की इजाजत नहीं है।
वहीं, परीक्षार्थियों को लाख-कांच की पतली चूड़ियों के अलावा किसी भी प्रकार के ज्वेलरी पहनकर जाने पर प्रवेश नहीं मिला। हालांकि अपने बालों में रबर बैंड या सिंपल हेयरपिन लगाकर आ सकती हैं।
इसके साथ ही परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थियों को घड़ी, जूते, सैंडल, मोजे, धूप का चश्मा, बेल्ट, हैंडबैग, हेयर पिन, गंडा, ताबीज, कैप, हैट, स्कार्फ, स्टॉल, शॉल, मफलर, पहनकर एंट्री नहीं दी गई।
हालांकि सिख अभ्यर्थियों को कड़ा, कृपाण और पगड़ी जैसे धार्मिक प्रतीकों को धारण कर परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दी गई है। उन अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र पर डेढ़ घंटे पहले पहुंचना होगा।
अपने साथ नीले रंग का पारदर्शी बॉल पेन के अलावा किसी प्रकार का पेन, पानी की बोतल, पर्स, बैग, ज्योमैट्री, पेंसिल बॉक्स, प्लास्टिक पाउच, कैलकुलेटर, तख्ती, पैड, गत्ता, पेनड्राइव, रबर लॉग टेबल, स्कैनर, किताबें, नोटबुक, पर्चियां, व्हाइटनर, किसी प्रकार का संचार उपकरण, स्लाइड रूल, किसी प्रकार का हथियार, लेकर अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं कर पाएंगे।

मेटल डिटेक्टर से जांच
परीक्षा में नकल रोकने के लिए अभ्यर्थियों को मेटल डिटेक्टर से जांच के बाद ही केंद्र में प्रवेश दिया जा गया। वहीं कलेक्टर के वेरिफिकेशन के बाद ही परीक्षा केंद्र पर कर्मचारियों को नियुक्त किया गया।
इस दौरान केंद्र पर तैनात कर्मचारी भी मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर पाए। हालांकि इस दौरान केवल केंद्र अधीक्षक को की-पेड युक्त मोबाइल परीक्षा केंद्र पर रखने की परमिशन दी गई।

9 लाख से ज्यादा कैंडिडेट्स हो रहे शामिल
23-24 जुलाई को हुई रीट-2022 पास अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। लेवल-1 में कुल 2,12,259 और लेवल-2 में कुल 7,52,706 अभ्यर्थी भाग्य आजमा रहे हैं। इन अभ्यर्थियों में विशेष शिक्षा के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 16,418 है। लेवल -1 और लेवल-2 में सर्वाधिक आवेदन ओबीसी कैटेगरी में है। सबसे कम एमबीसी में है।
लेवल-2 में सर्वाधिक 3.30 लाख आवेदन ओबीसी और सबसे कम 28,566 आवेदन एमबीसी कैटेगरी के हैं। इसी तरह से लेवल-1 में भी सबसे अधिक 77,770 आवेदन ओबीसी के ही है। जबकि सबसे कम 12,350 एमबीसी कैटेगरी में है। इस भर्ती में लेवल-1 में 21 हजार और लेवल-2 में 27 हजार पद हैं। ऐसे में एक पद के लिए 20 अभ्यर्थियों में सीधा मुकाबला होगा।