May 4, 2024

8 नवंबर को लगने जा रहा है इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण, जानें भारत में इसका समय, सूतक काल और प्रभाव
जयपुर। इस साल 2022 के आखिरी सूर्य ग्रहण के 15 दिन बाद अब साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। यानि आज से अगर देखा जाए तो अब बस 4 दिन और बचा है। बता दें कि यह चंद्र ग्रहण 8 नवंबर मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा के दिन लग रहा है। यह इस साल का दूसरा चंद्रग्रहण होगा। जानकारी के लिए बतादें कि साल 2022 का पहला चंद्र ग्रहण मई 2022 में लगा था। चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा तिथि पर लगता है। साथ ही कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली मनाई जाती है, लेकिन इस साल चंद्र ग्रहण होने के कारण एक दिन पहले देव दीपावली मनाई जाएगी। आइए जानते हैं चंद्रग्रहण की तिथि, समय, सूतक काल और इसके कुछ जरूरी नियम..
चंद्र ग्रहण 2022 का समय
साल 2022 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण भारतीय समय के अनुसार 8 नवंबर की शाम करीब 5 बजकर 32 मिनट से शुरू होगा और शाम 7 बजकर 27 मिनट तक रहेगा। ज्योतिष के अनुसार चंद्र ग्रहण का सूतक काल ग्रहण शुरू होने के 9 घंटे लग जाएगा। चूंकि यह चंद्र ग्रहण भारत के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा, इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य होगा।

चंद्र ग्रहण 2022 कैसे लगता है?
पूर्ण तौर से चंद्र ग्रहण तब होता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीध में होते हैं तथा पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच में होती है। तब चंद्र ग्रहण की स्थिति बनती है।

अहम खगोलीय घटना है चंद्र ग्रहण
चंद्र ग्रहण को जहां धर्म-ज्योतिष में अशुभ घटना माना गया है। वहीं खगोल विज्ञान में चंद्र ग्रहण-सूर्य ग्रहण बहुत अहम घटना है। जब सूर्य और चंद्रमा के बीच में पृथ्वी आ जाती है, तो चंद्र ग्रहण लगता है। चंद्रमा पर पृथ्वी की छाया पडऩे से चंद्रमा दिखाई नहीं देता है।

इन जगहों पर नजर आएगा आखिरी चंद्र ग्रहण
साल 2022 का आखिरी चंद्र ग्रहण भारत समेत कई एशियाई द्वीपों में नजर आएगा। इसके अलावा दक्षिण-पूर्वी यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी और दक्षिण अमेरिका, पेसिफिक अटलांटिक और हिंद महासागर में भी चंद्र ग्रहण दिखाई देगा।

अंतिम चंद्र ग्रहण का सूतक काल
हिंदू पंचांग के अनुसार, चंद्र ग्रहण का सूतक काल ग्रहण लगने के 9 घंटे पहले से शुरू होता है। साल का दूसरा चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा। इसलिए भारत में इस चंद्र ग्रहण का धार्मिक प्रभाव और सूतक मान्य होगा। शास्त्रोक्त कथनानुसार चंद्र ग्रहण में सूतक काल के नियमों का पालन करना चाहिए।

चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या न करें
– चंद्र ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ नहीं करना चाहिए। मंदिर या घर के मंदिर के पट भी इस दौरान पट बंद किए जाते हैं।
– सूतक काल के दौरान कुछ खाएं-पिएं नहीं। पके हुए भोजन, दूध, दही आदि में तुलसी के पत्ते डाल दें। ताकि चंद्र ग्रहण का नकारात्मक असर भोजन पर न पड़ें।
– चंद्र ग्रहण के बाद स्नान-दान जरूर करें।