May 5, 2024

सुसाइड नोट लिखकर महिला ने खाया जहर, मौत : लिखा- गांधी को मत छोड़ना, उनके कारण मुझे ये करना पड़ रहा है

जयपुर। जयपुर में सुसाइड नोट लिखकर एक महिला ने जहर खा लिया। तबीयत खराब होने पर हॉस्पिटल में भर्ती महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। करधनी थाना पुलिस ने SMS हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। मृतका के बेड के नीचे मिले सुसाइड नोट में लिखा। मुझे माफ कर देना। बस गांधी को मत छोड़ना, उनके कारण मुझे ये करना पड़ रहा है। पुलिस ने मृतका के सुसाइड नोट को जब्त कर लिया है। पति की रिपोर्ट पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने बताया कि मृतका बबीता (32) खोरा बिसल करधनी की रहने वाली थी। वह अपने पति नेमीचन्द (34) और बेटे रिशु (9) व गुनू (5) के साथ यहां रहती थी। 5 मार्च को दोपहर करीब 1 बजे बबीता ने घर पर जहर खा लिया। मां की तबीयत खराब होते देखकर बेटे ने पिता को कॉल कर बताया। घर पहुंने पर नेमीचन्द को बबीता बेहोशी की हालत में मिली। जिसे तुरंत कावंटिया हॉस्पिटल में भर्ती करवाया।
बबीता का हालत गंभीर देखकर उसे SMS हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। SMS हॉस्पिटल में 7 मार्च को दोपहर करीब 3 बजे इलाज के दौरान बबीता की मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। मृतका के पति ने बताया कि इलाज के दौरान बबीता ने थोड़ी देर होश में आने पर बताया था कि रामदेव बुनकर और उनके बेटों व बाबूलाल को मत छोड़ना। उन्होंने मेरी जिंदगी खराब कर दी है। इतना कहकर बबीता फिर बेहोश हो गई थी।

गद्दे के नीचे डायरी में मिला सुसाइड नोट
बबीता की मौत के बाद घर पर बेड के गद्दे के नीचे डायरी रखी मिली। डायरी में बबीता का लिखा सुसाइड नोट मिला। सुसाइड नोट में लिखा था- मैं बबीता सुसाइड कर रही हूं। क्योंकि मुझे रामदेव गांधी और उसके दोनों बेटे व जवाई बाबूलाल बहुत परेशान कर चुके है। इन लोगों ने मेरी बेहोशी का फायदा उठा कर मेरी वीडियो बनाई। जिस दबाव में आकर मैंने इनसे एग्रीमेंट किया। जो कि इन्होंने पुलिस से धमकी दिलवा कर करवाया। रामदेव गांधी के पैसे के चक्कर ही नही था। ये तीनों बाप-बेटे खुद में दो चूड़ियां बिकवाए थे।
कुछ मेरे पति के जोड़े हुए थे। ये सब पैसे वाले है, इसलिए सब इनकी ही सुन रहे है। परसो, मुझे मुरलीपुरा इनके बेटे मिले थे। उन्होंने बोला या तो मैं चुपचाप मकान उनको दे दूं। नहीं तो वो मुझे बदनाम और मेरे बच्चो को मारवा देंगे। इसलिए किसी ने मेरी सुनवाई नहीं की। पापा-मम्मी मुझे माफ कर देना। अब मैं सहन नहीं कर सकती और मेरे रिशु और गुनू से कभी दूर मत होना। ठेकेदार का भी ध्यान रखना, ये अकेला पड़ जाएगा। बस गांधी को मत छोड़ना, उनके कारण मुझे ये करना पड़ रहा है। सॉरी सबको, आपकी बेटी बबीता।