May 9, 2024

महिला जेईएन ने मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए : शिकायत में लि​खा- पानी सर से ऊपर जा रहा, अनहोनी हुई तो अधिकारी जिम्मेदार

उदयपुर। जलदाय विभाग उदयपुर की महिला जेईएन सरिता यादव ने अपने ही अधिकारियों पर मानसिक प्रताड़ना के संगीन आरोप लगाए हैं। उन्होंने सूप्रिटेंड इंजीनियर को लिखित शिकायत में कहा- पानी अब सर से ऊपर जा रहा है। अगर मेरे साथ कोई अनहोनी होती है तो अधिकारी इसके जिम्मेदार होंगे। जेईएन यादव का आरोप है कि देवाली जोन (उदयपुर) प्रथम के खाली पड़े पद उनका ट्रांसफर 15 दिन पहले हुआ था। कई बार मांगने के बावजूद अभी तक चार्ज नहीं मिला है।
सरिता यादव ने बताया- जेईएन दिव्या बंसल के पास देवाली जोन सेकेंड के साथ प्रथम का भी एडिशनल चार्ज है। जबकि प्रथम का चार्ज मुझे मिलना चाहिए। दिव्या रोज प्रथम जोन के ऑफिस में आती है। ताला लगाकर चली जाती है। कमरे तक में नहीं बैठने नहीं दिया जा रहा।

जेईएन ने तोड़ा था मेरे रूम का ताला
जेईएन सरिता यादव ने आरोप लगाया- वे जेईएन दिव्या बंसल के साथ उनकी सहमति से एक सरकारी आवास में रहती थी। उस दौरान दिव्या ने शिफ्टिंग की बात कहकर पीछे से मेरे कमरे का ताला तोड़ा। कमरे से 45 हजार रुपए गायब ​मिले। इसकी शिकायत मैंने पुलिस थाने से लेकर एडिशनल एसपी तक को की, लेकिन किसी ने मेरी एफआईआर दर्ज नहीं की। अब बदले की भावना की वजह से मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है।
जेईएन ने शिकायत पत्र में लिखा- राजनीतिक दांवपेच से खेला जा रहा कठपुतली का खेल
सरिया यादव ने शिकायत में आरोप लगाया- मुझ पर दबाव बनाया जा रहा है कि जेईएन बंसल के पद से अदला-बदली कर लूं। जो कि ऐसा करना सरकारी नियमों के खिलाफ है। ये भेदभाव सिर्फ मेरे साथ नहीं हो रहा। बल्कि उनके साथ भी हो रहा है जो दिव्या बंसल के इशारों पर काम नहीं कर रहे। दफ्तर में जनता की सेवा करने की बजाय राजनीतिक दांवपेच से कठपुतली का खेल खेला जा रहा है।
उन्होंने कहा- पूरे विभाग को पता है कि 15-16 जनवरी 2022 को पहले ही रची गई साजिश से मेरे कमरे का ताला तोड़ डाका डाला गया। इसमें जेईएन, उनके भाई-बहन और दफ्तर कर्मचारी भी शामिल थे। चोरी के मामले में पुलिस ने भी मेरी एफआईआर नहीं लिखी। मैं तनाव में आ गई। कर्मचारियों को ट्रांसफर का डर दिखाकर पद के खिलाफ जबरन काम करावाया जा रहा है। इसके बावजूद यहां लोग मूकबधिर होकर बैठे हैं। मेरे द्वारा ये सब देखकर झेलकर सहते जाना मुश्किल हो रहा है। इसके जिम्मेदार दिव्या बंसल के साथ सृष्टि मेनारिया और जिम्मेदार पदों पर बैठे अधिकारी हैं। जो चुप हैं।

दिव्या बोली- आरोप झूठे, चार्ज एईएन मैडम के जरिए दिया जाएगा
पूरे मामले में दिव्या ने कहा- जेईएन सरिता यादव ने खुद ही आते ही चार्ज अज्यूम कर लिया। मेरे जिम्मे का एडिशनल चार्ज एईएन मैडम के जरिए उन्हें दिया जाएगा। मैं सीधे नहीं दे सकती। रही बात दफ्तर के रूम का ताला लगाने कि तो उन्हें चार्ज नहीं मिल जाता, तब तक मैं मेरा रूम खुला नहीं छोड़ सकती। उसमें महत्वपूर्ण रिकॉर्ड और रिपोर्ट हैं। एईएन मैडम ने फिलहाल खुद अपना रूम सरिता को बैठने को दिया है।
क्वाटर के रूम से पैसे चोरी होने की बात पर दिव्या ने कहा- ये आरोप पूरी तरह झूठे हैं। मेरे नाम जो सरकारी क्वाटर था, उसके एक रूम में मैंने इन्हें रहने को जगह दी थी। ये रोज अपने दोस्तों को लाकर वहां पार्टी करती। मैंने इन्हें रूम खाली करने को कहा। फिर ये उल्टा मुझे ही क्वाटर खाली करने को बोलने लगी। असली बात ये है कि क्वाटर में ये कभी अपने रूम का ताला नहीं लगाती थी। मैंने एक रूपया नहीं लिया। पुलिस में भी मेरे खिलाफ झूठी शिकायत दी। एडिशनल चीफ इंजीनियर ने इन्हें दूसरा क्वाटर भी आवंटित कर दिया। सरिता ने खुद अपने एक दोस्त के खिलाफ केस किया है। उनका काम ही धमकाना और झूठे आरोप लगाना है।

सूप्रिटेंड इंजीनियर बोले- अभी बाहर हूं, वापस आकर मामला दिखवाता हूं
पीएचईडी सूप्रिटेंड इंजीनियर विपिन जैन से जब इस मामले में पूछा गया तो वे बोले मुझे ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली। न ही ये मामला मेरे ध्यान में है। मैं अभी अहमदाबाद हूं। आने के बाद मामला दिखवाता हूं।

कल आदेश निकाल देंगे
एईएन सृष्टि मेनारिया का कहना है कि मैं परिवार की शादी होने के कारण जेईएन को चार्ज देने का आदेश नहीं निकाल पाई। बुधवार को आदेश निकाल दिया जाएगा।