May 10, 2024

बहन पर गंदी नजर रखता था ‘बाबा’, इसलिए मार डाला : झाड़-फूंक करने वाले बुजुर्ग के पास मुंबई से इलाज करवाने आता था परिवार

अजमेर। अजमेर में बाबा लाडू चीता (70) के मर्डर का खुलासा हो गया है। गंज थाना पुलिस ने पूरे मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया है। इनमें से मुख्य आरोपी ने बाबा की हत्या इसलिए कर दी, क्योंकि वो 22 साल की बहन पर गलत नजर रखता था। शादी का दबाव बना रहा था। आरोप है कि इसी से परेशान होकर युवक ने पहले गला दबाया। फिर रसोई में पड़े चाकू से गला रेत दिया। दोनों आरोपियों ने बाबा के घर पर रखे बक्से का ताला तोड़कर कैश और अन्य सानान चोरी कर लिया। इसके बाद मुंबई फरार हो गए थे। मंगलवार को एडिशनल एसपी सिटी विकास सांगवान ने इस केस का खुलासा किया। उन्होंने बताया- 17 जनवरी को गंज थाना क्षेत्र में बाबा लाडू चीता की हत्या कर दी गई थी। लाडू के बेटे ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

झाड़-फूंक के नाम पर लिए 20 हजार रुपए
एडिशनल एसपी सांगवान ने बताया कि लाडू चीता अजमेर में झाड़-फूंक करता था। उसके पास अजमेर और अन्य राज्यों से भी लोग इलाज करवाने आते रहते थे। ये लोग गाजे-बाजे के साथ चादर चढ़ाते थे। मुख्य आरोपी महबूब अहमद (28) मुंबई में चीता कैंप ट्रोम्बे का रहने वाला है। जो अपने रिश्तेदार के जरिए बहन को दिखाने के लिए लाडू से मिला। उसकी बहन बीमार रहती थी। बाबा ने महबूब से 15 से 20 हजार रुपए लिए। आरोपी की बहन के स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ।

बहन पर गलत नजर रखता था
एडिशनल एसपी सांगवान ने बताया- बहन की तबीयत ठीक नहीं हुई। आरोपी महबूब मुंबई के संगम नगर में रहने वाले दोस्त अजय प्रकाश (23) के साथ वापस बाबा के पास गया। अपनी समस्या बताई। बाबा ने महबूब से कहा- वह उसकी बहन को उसके पास भेज दें। नहीं तो उसे जादू टोने से वश में कर लेगा। इसके बाद दोनों आरोपी वहां से चले गए। 17 जनवरी को दोनों आरोपी लाडू चीता के घर पहुंचे। बाबा को कहा- उसकी बहन के स्वास्थ्य में जादू-टोने से कोई फर्क नहीं पड़ा। रुपए मांगे। बहन पर गलत नीयत रखने से आहत होकर दोनों आरोपियों ने पहले तो बाबा के पैरों को पकड़ा। कपड़े से गला घोंट दिया। बाद में रसोई के चाकू से लाडू का गला रेत कर हत्या कर दी।

मुंबई हुए फरार
आरोपियों ने लाडू को मारने के बाद घर रखे बक्से का ताला तोड़कर नगदी और अन्य सामान चोरी कर लिया। जैसे ही घर के गेट से बाहर निकले तो उन्हें गेट के बाहर दूध वाला खड़ा मिला। दूध लेने के बाद वापस दोनों बाबा के घर अंदर गए। दूध रख दिया। दूधवाले ने बाबा के बारे में पूछा। आरोपियों ने बहाना बनाते हुए कहा- उनकी फैमिली आई हुई है। इसके बाद दूध वाला चला गया। बाद में दोनों आरोपी ट्रेन के जरिए मुंबई फरार हो गए। हत्या के कुछ देर बाद पड़ोस में रहने वाला पोल्ट्री फार्म व्यवसायी शखीर अहमद बाबा के घर पहुंचा। उसने बाबा को लेटा देख बीमार समझा। उसके बेटे को सूचना दी। बेटा भोरा चिता(50) मौके पर पहुंचा तो पिता के गले पर निशान दिखा। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। भोरा अजमेर के खड़ेखड़ी गांव का रहने वाला है।
घटना की शिकायत पर थाना प्रभारी धर्मवीर सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। कार्रवाई के निर्देश दिए गए। टीम के द्वारा घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी खंगाले गए। इसके साथ ही हत्या के दिन बाबा के घर आने वाले लोगों के बारे में गहनता से पूछताछ की गई।
पूछताछ के दौरान टीम को आरोपियों की पहचान हुई। इसके बाद टीम मुंबई के लिए रवाना की गई। टीम ने मुंबई (महाराष्ट्र) निवासी अजय प्रकाश कनोजिया उर्फ सोनू (23) पुत्र प्रकाश कनोजिया को मुंबई से पकड़ा। अजय प्रकाश से पूछताछ के बाद मुख्य आरोपी मुंबई निवासी महबूब अहमद बाशा शेख (28) पुत्र अहमद बाशा अब्दुल के बारे में जानकारी मिली। उसे अजमेर से गिरफ्तार किया। दोनों दोस्त शातिर किस्म के अपराधी हैं। मुंबई में दोनों के खिलाफ दो-दो मुकदमे दर्ज हैं। इनसे पुलिस मामले में गहनता से पूछताछ कर रही है।