May 10, 2024

इस जिले के कलेक्टर के घर एसीबी की छापेमारी, भू-रूपांतरण के लिए मांगी 25 लाख की घूस, डाक बंगले पर मंगाए थे 7.5 लाख कैश

जयपुर। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने दूदू कलेक्टर हनुमान मल ढाका और पटवारी हंसराज के यहां शुक्रवार देर रात करीब 12 बजे छापेमारी की। आरोप है कि भू-रूपांतरण के बदले 25 लाख रुपए घूस मांगी गई थी। सर्च की कार्रवाई देर रात तक चली।

एसीबी के डीआईजी डॉ. रवि का कहना है कि पीड़ित ने शिकायत दी कि दूदू में उनकी फर्म के नाम से 204 बीघा जमीन है। इसके कुछ खसरे तालाब-पाल क्षेत्र में होने के कारण कन्वर्जन करवाए जाने की शिकायत कलेक्टर के पास की गई थी। उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के बदले दूदू कलेक्टर हनुमान मल ढाका और पटवारी हंसराज ने 25 लाख रुपए मांगे थे। पैसे के ​लिए उन्हें परेशान किया जा रहा था। हालांकि पीड़ित ने पैसा नहीं होने का हवाला दिया तो 15 लाख रुपए देने के बदले कार्रवाई नहीं करने का आश्वासन दिया गया था।

रिकॉर्डर में 7.5 लाख रु. मांगने का एसीबी का दावा
एसीबी अधिकारियों का कहना है कि सत्यापन के दौरान पीड़ित के साथ रिकॉर्डर भी भेजा गया था। इसमें साफ है कि दूदू कलेक्टटर हनुमान मल ढाका ने रिश्वत के करीब साढ़े सात लाख रुपए डाक बंगला स्थित अपने आवास पर मंगाए थे।

पीसी एक्ट के तहत कलेक्टर और पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस दर्ज कर छापेमारी की गई है। एसीबी ने कलेक्टर के डाक बंगला स्थित आवास और तहसील कार्यालय दूदू में भी तलाशी ली। गौरतलब है कि हनुमान मल ढाका राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी थे। पिछले साल ही आईएएस सेवा में पदोन्नत हुए हैं।

कलेक्टर ने 15 अप्रैल को पैसे मांगे
एसीबी के सूत्रों का कहना है कि 15 लाख रुपए में रिश्वत का सौदा होने के बाद कलेक्टर और पटवारी ने पीड़ित से 15 अप्रैल की शाम को पैसे डाक बंगले पर मंगाए थे। पीड़ित के पास पैसे की व्यवस्था नहीं हुई। इस पर उसने 4-5 दिन का समय मांग लिया था। फिर एसीबी में शिकायत की।

पुख्ता सबूत होने के कारण एसीबी ने शुक्रवार को केस दर्ज कर लिया। हनुमान मल ढाका नागौर, अजमेर, भरतपुर और झुंझुनूं में एसडीएम रह चुके हैं। 15 फरवरी से दूदू कलेक्टर लगे हुए हैं। यहां से पहले खैरथल तिजारा लगाया था, लेकिन तुरंत ही वापस हटा दिया गया था।