April 27, 2024

BJP ने मांगा CM गहलोत से गृहमंत्री पद से इस्तीफा : 5 मई को अलवर में होगा आंदोलन, कांग्रेस सरकार के खिलाफ 18 पॉइंट्स का आरोप-पत्र जारी

जयपुर। राजस्थान BJP ने CM अशोक गहलोत से गृहमंत्री के पद से इस्तीफा मांगा है। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा 5 मई को BJP राजगढ़ में मंदिर तोड़ने की घटना को लेकर अलवर कलेक्ट्रेट पर बड़ा प्रदर्शन करेगी। प्रदेश और जिले के बीजेपी कार्यकर्ता वहां जाकर विरोध दर्ज कराएंगे। उन्होंने कहा कमजोर सा बचाव करते हुए कांग्रेस सरकार ने BJP बोर्ड पर ही आरोप लगाए। लेकिन पार्टी की कमेटी ने जो पेपर पेश किए हैं, उससे कांग्रेस की पोल खुल गई। कांग्रेस इस मामले में जनता की अदालत में दोषी पाई गई है।BJP ने प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर कांग्रेस सरकार के खिलाफ चार्जशीट जारी की है। जिसे ‘ 40 महीने पुरानी अत्याचारी,निरंकुश और असंवेदनशील सरकार के खिलाफ आरोप-पत्र’ का नाम दिया गया है।

गहलोत लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने में पूरी तरह फेल
उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा गहलोत सरकार के खिलाफ 18 आरोपों के साथ आरोप-पत्र जारी किया है। राजस्थान में बढ़ते क्राइम और अलवर जिले में अपराधों को घटनाओं को केन्द्रित करके यह आरोप-पत्र तैयार किया गया है। अब तक राजस्थान में गृहमंत्री के रूप में मुख्यमंत्री लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने में पूरी तरह फेल रहे हैं। गृहमंत्री के रूप में उनके इस्तीफे की मांग को लेकर बीजेपी 5 मई को अलवर से इस आंदोलन को शुरू कर रही है। जिस-जिस जिले में ऐसी घटनाएं होंगी। वहां बीजेपी जनता की आवाज बनेगी।

ये हैं 18 आरोप

बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया,उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी, प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच,प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज, बीजेपी नेता पंकज मीणा,श्रवण सिंह बगड़ी की मौजूदगी में जारी चार्जशीट में 18 आरोप प्रदेश की गहलोत सरकार पर लगाए गए हैं। जिन्हें बीजेपी जनता के बीच लेकर जाएगी। प्रदेशभर में बीजेपी कार्यकर्ताओं को इनकी कॉपियां बंटवाई जाएंगी।

1.कार्यकाल के 40 महीने गुजार चुकी सरकार की लचर कानून व्यवस्था के कारण आम आदमी दहशतगर्दी की जिंदगी जीने को मजबूर है। देशी-विदेशी पर्यटक भी अब प्रदेश से मुंह मोड़ने लगे हैं।

2.नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट और पुलिस के ऑथोराइज्ड डॉक्यूमेंट्स, मंथली रिपोर्ट के डाटा बताते हैं कि साल 2019-20 और 2020-21 में महिला दुष्कर्म के नजरिए से राजस्थान देशभर में पहले नम्बर पर रहा। एसटी वर्ग पर अत्याचारों में सरकार के ऑथोराइज्ड आंकड़ों के मुताबिक राजस्थान दूसरे नम्बर पर रहा और एससी अत्याचारों में राजस्थान तीसरे नम्बर पर रहा।

3.राजस्थान के माथे पर महिला दुष्कर्म का बड़ा कलंक लगा है। 2020-21 में देशभर में हुए रेप के मामलों में से अकेले राजस्थान में 22 फीसदी मामले रहे। राजस्थान शर्मसार है कि प्रदेश में प्रतिदिन 18 महिलाएं रेप का शिकार हो रही हैं और रोजाना मर्डर हो रहे हैं।

4.देश में सांप्रदायिक तनाव की सबसे ज्यादा घटना राजस्थान जैसे शांतिप्रिय प्रदेश में हो रही हैं। औद्योगिक राजधानी अलवर जिला आज कानून व्यवस्था, सांप्रदायिक तनाव और समुदाय विशेष की गुंडागर्दी के कारण सुर्खियों में है।

5.सरकार बनने की शुरुआत के साथ ही अलवर के थानागाजी में दलित महिला का साथ पति के सामने गैंगरेप कर उसका वीडियो वायरल किया गया। सरकार ने इसलिए मामला दबाने की कोशिश की, क्योंकि राजस्थान में लोकसभा के चुनाव थे और सरकार को वोटों के नुकसान का डर था।

6.राजस्थान के मुख्यमंत्री ने औरंगजेब के रोल में आकर तालिबानी संस्कृति के मुतबिक 300 साल पुराने आराध्य देव भगवान शिव के मंदिर को ड्रिल मशीन और कटर से मूर्ति को खंडित कर लाखों लोगों की धार्मिक आस्था पर वार किया।

7.सैकड़ों गौवंशों को बेघर करने की नीयत से अलवर जिले के ही कठूमर में सरकार ने दानदाताओं की ओर से चलाई जा रही गौशाला को बिना नोटिस दिए ध्वस्त कर दिया।

8.राजस्थान का मेवात इलाका धर्म परिवर्तन और साइबर क्राइम का अड्डा बन चुका है। इलाके के बहुसंख्यक समाज के डरे-सहमे लोग सरकार की सरपरस्ती में चल रही दहशतगर्दी के कारण मालपुरा-टोंक की तर्ज पर पलायन को मजबूर हो रहे हैं।

9.राजस्थान में निर्भया कांड को भी शर्मसार करने वाली घटनाएं रोजाना हो रही हैं। हाल ही दौसा जिले में एक विवाहिता को अगवा कर सामूहिक बलात्कार और तेजाब

डालकर हत्या जैसे घिनौने अपराध करने वाले अपराधियों को भी पुलिस की बजाय पीड़िता के परिवार वाले पकड़कर पुलिस को सुपुर्द कर रहे हैं। यह राजस्थान पुलिस के वर्किंग सिस्टम पर सवाल है।

10.अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण देने की नीति, सरकार की तुष्टिकरण की नीति ,भेदभाव की नीति के कारण शांतिप्रिय राजस्थान आज सांप्रदायिक तनाव के बारुद के ढ़ेर पर बैठा है।

11.इस सरकार के आने के बाद बहुसंख्यक हिन्दुओं के खिलाफ हुई जयपुर के शास्त्री नगर और ईदगाह, सुजानगढ़ (चूरू), छबड़ा, करौली, भीलवाड़ा, गंगापुर सिटी, रायमाता मंदिर झुंझुनूं, बीकानेर शहर और गज्जू, बूंदी, उदयपुर के झाड़ोल और सहाड़ा, कामां और जोधपुर समेत कई दर्जन घटनाएं सीएम और राज्य के गृहमंत्री की नीति, नीयत और कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।

12.अलवर जिले में हरीश जाटव को समुदाय विशेष की भीड़ पीट-पीट कर मार देती है और सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती है। हरीश जाटव का दुःखी पिता सरकार की इस बेशर्मी से दुखी होकर आत्महत्या कर लेता है।

13.अलवर जिले में योगेश जाटव को समुदाय विशेष की भीड़ ने पीट-पीट कर मार दिया। लेकिन सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की।

14.लव जिहाद की सबसे ज्यादा घटनाएं अलवर जिले में हुई हैं। रामगढ़ में एक 17 साल की लड़की का वारिस मेव ने अपहरण कर उसका धर्म परिवर्तन करवाकर निकाह कर लिया। पिता की रिपोर्ट पर भी सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की।

15.इसी साल अलवर के बहरोड़ में एक दलित युवती के साथ समुदाय विशेष के दरिंदे ने रेप किय। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और दुःखी बेटी ने कुएं में कूदकर जान दे दी।

16.इसी तरह एक मासूम मूक-बधिर बच्ची के साथ रेप करके उसे गंभीर रूप से घायल कर सरेआम शहर के बीचों-बीच फ्लाईओवर पर अपराधी पटककर चले गए। पूरा प्रदेश इस घटना के खिलाफ गुस्सा हुआ । लेकिन सरकार ने उस दरिंदगी को भी दुर्घटना का रूप दे दिया।

17.अलवर के मेवात क्षेत्र में मंदिरों को तोड़ने और गौकशी की घटनाएं सरकार की सरपरस्ती मे लगातार बढ़ती जा रही हैं। सरकार की शह के कारण इन इलाकों मे लगे अधिकारी इन मामलों में समुदाय विशेष के अपराधियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करते हैं।

18.पूरे देश में राजस्थान जैसे गौरवशाली प्रदेश के माथे पर कलंक लगने वाली घटना कांग्रेस सरकार ने अलवर जिले के राजगढ़ में करवाई। जिसमें बुलडोजर से पुलिस के बड़े जाब्ते और सरकारी अधिकारियों की मौजूदगी में 300 साल पुराना शिव मंदिर ढहाया गया।