May 10, 2024

देश में पिछले साल हत्या और महिलाओं के खिलाफ वारदात जैसे जघन्य अपराध उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक संख्या में दर्ज किए गए। वहीं, देश के 19 बड़े शहरों में दिल्ली सबसे असुरक्षित शहर रहा, जहां बलात्कार के करीब 40 फीसदी मामले और महिलाओं के खिलाफ अपराध के 33 फीसदी मामले दर्ज किए गए। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में पिछले साल हत्या के सर्वाधिक 4,889 मामले दर्ज किए गए, जो 16.1 फीसदी हैं। इसके बाद बिहार का स्थान है, जहां 2,581 हत्याएं हुई जो 8.4 फीसदी है।

साल 2016 के दौरान महिलाओं के खिलाफ हुए अपराध के कुल मामलों में यूपी में 49,262 मामले (14.5 फीसदी) दर्ज किए गए जिसके बाद पश्चिम बंगाल का स्थान है, जहां 32,513 मामले (9.6 फीसदी) दर्ज किए गए। देश में बलात्कार के मामलों में साल 2015 के 34,651 मामलों की तुलना में साल 2016 में 12.4 फीसदी की वृद्धि हुई और यह बढ़ कर 38,947 हो गई। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा जारी किए गए एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल (राज्यों के मामले में) मध्य प्रदेश में सर्वाधिक संख्या में बलात्कार की 4,882 (12.5 फीसदी) घटनाएं दर्ज की गई, जिसके बाद यूपी का स्थान है।

यूपी में बलात्कार की 4,816 (12.4 फीसदी) घटनाएं दर्ज की गई। इसके बाद महाराष्ट्र का स्थान है जहां इसकी 4,189 (10.7 फीसदी) घटनाएं दर्ज की गई। साल 2015 से साल 2016 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में 2.9 फीसदी की वृद्धि हुई। दिल्ली के ग्रामीण इलाकों में बलात्कार के 159 मामले दर्ज किए गए। इस तरह समूची राष्ट्रीय राजधानी में इस तरह के मामलों की संख्या 2,155 रही। एनसीआरबी के संयुक्त निदेशक सुरेंद्र पंवार ने बताया कि ब्यूरो ने 19 बड़े शहरों के ग्रामीण इलाकों के अपराधों की संख्या को डेटा में शामिल नहीं किया है।
अपहरण के सबसे ज्यादा मामलें दिल्ली मे
दिल्ली में अपहरण के सबसे ज्यादा 5,453 मामले (48.3 फीसदी ) दर्ज किए गए। इसके बाद क्रमश मुंबई (1,876 मामले), बेंगलुरू (879 मामले ) का स्थान है। 19 शहरों में हत्या के सर्वाधिक मामले (2,194 मामले) दिल्ली में दर्ज किए गए। इसके बाद क्रमश् बेंगलुरू और पटना का स्थान है। राष्ट्रीय राजधानी में आर्थिक अपराध के भी सर्वाधिक मामले (5,942 मामले) दर्ज किए गए।

विदेशियों के भारत में लिए दिल्ली सबसे असुरक्षित
विदेशियों के लिए भारत में दिल्ली सबसे असुरक्षित जगह है। पिछले साल पर्यटकों के साथ हुई आपराधिक घटनाओं में 40 फीसदी राष्ट्रीय राजधानी में हुईं।
राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो के जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल (वर्ष 2016 में) देशभर में विदेशी नागरिकों के साथ अपराध के कुल 382 मामले दर्ज किए गए, जिनमें 154 मामले दिल्ली से हैं। इसके बाद महाराष्ट्र (38) का स्थान है।

साल 2016 में दंगों, गुट झड़प के 6०००० से भी अधिक मामले
देश में 2016 में दंगों और झड़पों के कुल 61,974 मामले दर्ज किए गए। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक 2016 में राजद्रोह के 35 मामले भी दर्ज किए गए जिनमें हरियाणा में सर्वाधिक 12 मामले दर्ज किए गए। उत्तर प्रदेश में छह मामले दर्ज किए गए।
पिछले साल देश में हिरासत में मौत या हवालात से लापता होने के करीब ५९ मामले दर्ज किए गए। इनमें सर्वाधिक 12 मामले महाराष्ट्र में दर्ज किए गए। गुजरात और उप्र में नौ-नौ मामले दर्ज किए गए। दंगों और गुटीय झड़पों के 61,974 मामलों में सबसे ज्यादा संख्या 11,617 मामले बिहार में दर्ज की गई। वहीं, उत्तर प्रदेश में 8,018 और महाराष्ट्र में 7,898 मामले दर्ज किए गए।