May 10, 2024

रिश्वत में अस्मत मांग बर्खास्त RPS के परिवार का आरोप : पत्नी बोली- बरी कराने के लिए​​​​​​​ 1 करोड़ रुपए मांग रही पीड़िता

जयपुर। रिश्वत में अस्मत मांगने के आरोपी बर्खास्त आरपीएस कैलाश बोहरा के परिजनों ने शनिवार को न्याय की गुहार लगाई है। एसीबी कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कैलाश बोहरा के परिजनों ने पीड़िता पर ब्लैकमेल कर मामले में बरी करवाने की एवज में पैसा मांगने के आरोप लगाए हैं। शहर के निजी होटल में प्रेसवार्ता कर कैलाश बोहरा की पत्नी, बेटी और भाई ने पीड़िता और उसके सहयोगियों के साथ बातचीत के सबूत भी दिए। साथ ही मामले में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।
परिजनों ने आरोप लगाया कि मामले में पीड़िता और उसके सहयोगी मामले में बरी कराने की एवज में 51 लाख से लेकर एक करोड़ रूपए की मांग कर रहे हैं। वहीं, दबाव बनाने के लिए पीड़िता कोर्ट में बयानों के लिए उपस्थित नहीं हो रही है। यहीं नहीं पीड़िता रकम लेने के बाद आरोपी प्रार्थी को बरी करवाने की गारंटी भी ले रही है। उन्होंने कहा कि मामले को लेकर पुलिस को रिपोर्ट दी गई है, लेकिन अभी तक मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।

पुलिस पर मामले की जांच नहीं करने के आरोप लगाए
बोहरा की पत्नी बसंती देवी ने बताया कि आरोपी पैसा मांग रहे हैं। शिकायत करते हैं तो पुलिस मुकदमा दर्ज नहीं कर रही है। जब की पुलिस को कोर्ट लिख चुकी है कि इस मामले में जांच की जाए। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर परिवाद दर्ज कर लिया है, लेकिन पुलिस मामले की जांच नहीं की जा रही है।
कैशाल बोहरा के परिवार ने बताया कि डीसीपी इस्ट प्रहलाद कृणिया और बनीपार्क थाने में परिवाद भी दे चुके हैं।

ये है मामला
दरअसल, करीब एक साल पहले कैलाश बोहरा को दुष्कर्म पीड़ित युवती से रिश्वत के बदले अस्मत मांगते ACB ने रंगे हाथों पकड़ा था। एसीबी ने बोहरा को उसके दफ्तर से ही ट्रैप किया था। गृह विभाग ने उसे ​सस्पेंड किया था। इसके बाद कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया था। मामले में शांति धारीवाल ने कहा था कि बोहरा का मामला रेयरेस्ट ऑफ रेयर है। इसलिए अनुच्छेद 311 में रेयरेस्ट ऑफ रेयर मामले में बिना प्रक्रिया अपनाए तत्काल बर्खास्त किया जा रहा है।