May 3, 2024

नई क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन के प्रति लोगों में बढ़ते क्रेज और उसकी कीमत में इजाफे के बाद अब इस पर सरकार की निगरानी बढ़ गई है। सरकार की चिंता इस बात को लेकर है कि टैक्स से बचने और छोटे निवेशकों को चिटफंड स्कीमों के जाल में फंसाने के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसी के चलते इस अनियंत्रित वर्चुअल करंसी के बेजा इस्तेमाल को रोकने के लिए सरकार ने इस पर रोक लगाने के प्रयास शुरू किए हैं।

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक बिटकॉइन के निवेश और कारोबार की जांच के दायरे को बढ़ाते हुए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट 4 से 5 लाख धनकुबेरों को नोटिस जारी करने पर विचार कर रहा है, जिन्होंने इसमें कारोबार किया है। आईटी डिपार्टमेंट की ओर से पिछले सप्ताह देश के कई बड़े बिटकॉइन एक्सचेंज का सर्वे करने के बाद यह फैसला लिया गया। आयकर विभाग को संदेह है कि बिटकॉइन के जरिए टैक्स से बचने की कोशिशें की जा रही हैं। आईटी डिपार्टमेंट की ओर से ये ऑपरेशन सबूत एकत्र करने के लिए किए जा रहे हैं, जिससे यह स्थापित हो सके कि निवेशक और कारोबारी बिटकॉइन ट्रेडिंग के जरिए टैक्स से बचने के प्रयास में जुटे थे।

इसी वजह से आईटी डिपार्टमेंट कारोबारियों की ओर से की गई बिटकॉइन ट्रांजैक्शन, काउंटर पार्टियों और संबंधित बैंक खातों की पहचान में जुटा है। इस महीने की शुरुआत में बिटकॉइन में खासी तेजी देखने को मिली थी। 10,000 डॉलर से यह दो दिनों के भीतर ही 14,000 डॉलर की कीमत पर पहुंच गया था। यही नहीं कुछ और दिनों के कारोबार के बाद यह 20,000 डॉलर के करीब तक पहुंच गया। हालांकि मामूली गिरावट के बाद फिलहाल यह 18420 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

बिटकॉइन में तेजी से उछाल और गिरावट से पैदा होने वाले वित्तीय खतरों के इतर एजेंसियों को इस बात की भी आशंका है कि इससे मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फाइनैंस को बढ़ावा दिया जा सकता है।